भारत भवन में चंडीगढ़ के कलाकारों के आर्टवर्क की प्रर्दशनी

Apr 25, 2019

 

 खरी खरी संवाददाता

 भोपाल। बहुकला केंद्र भारत भवन की मार्डन आर्ट गैलरी रूपांकर में चल रही आर्ट वर्क प्रदर्शनी कला प्रेमियों के आकर्षण का केंद्र बनी है। इस प्रदर्शनी में कलाकारों ने पेंटिंग, इंस्टालेशन और स्कल्पचर्स के जरिए गांवों की खूबसूरती और प्रकृति के सौंदर्य को प्रदर्शित किया है। प्रदर्शनी में शामिल आर्ट वर्क चंडीगढ़ के कलाकारों ने तैयार किया है।

भारत भवन में आयोजित चंडीगढ़ के कलाकारों की इस समूह प्रदर्शनी का आयोजन भारत भवन में चंडीगढ़ ललित कला अकादमी के सहयोग से किया है। यह प्रदर्शनी 30 अप्रैल तक प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से रात 8 बजे तक देखी जा सकती है। इस प्रदर्शनी में डेढ़ सौ से ज्यादा कलाकारों के आर्ट वर्क को शामिल किया गया है। इसमें सबसे अधिक संख्या पेंटिंग्स की है। इसके अलावा इंस्टालेशन और स्कल्पचर के माध्यम से भी आर्ट वर्क इस प्रदर्शनी में दिखाया गया है। कलाकारों ने अलग अलग विषयों को अपने आर्ट वर्क के लिए चुना है, यही कारण है कि प्रदर्शनी में कलाकृतियों की संख्या डेढ़ सौ से ज्यादा होने के बाद भी दर्शकों को विविधता देखने को मिल रही  है। पेंटिग्स के साथ-साथ लोहे और लकड़ी तथा पत्थरों से बने स्कल्पचर कला प्रेमियों को ज्यादा आकर्षित कर रहे हैं। पेंटिंग और स्कल्पचर बनाने वाले कलाकारोंने बड़ी खूबसूरती के साथ पूरी कहानी समझाने की कोशिश की है और वे इसमें सफल रहे हैं।

चंडीगढ़ कैनवास नाम से लगाई गई इस प्रदर्शनी में शामिल रामप्रताप वर्मा की पेटिंग टेलर्ड सोसायटी एक अच्छे गांव के बारे में सब कुछ बयां कर रही है। गांवों की तस्वीर किस तरह बदल रही है, यह पेंटिंग में बहुत प्रभावी ढंग से बताया गया है। इसमें गांव की चहल पहल के आधुनिक गांव में विस्तार ले रही सुविधाओं के बारे में भी बताया गया है। फोटोग्राफर गुरदीप सिंह ने अपनी कलाकृति में वाकिंग इमोशंस दिखाए हैं। इसके लिए उन्होंने दो सौ मूर्तियों, 51 फोटो और 108 चाबियों का इस्तेमाल किया है। यूपी, हिमाचल, लद्दाख, पंजाब के फोटो उपयोग में लाए गए हैं। उन्होंने कूड़े-कचरे और सूखी नदियों से मूर्तियां एकत्र की हैं। विवेकानंद कापरी ने खराब लोहे का इस्तेमाल कर स्कल्पचर तैयार किया है। राहुल धीमान ने प्रिंट वर्क के जरिए दैनिक जीवन की दिनचर्या को बहुत सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया है। उन्होंने वुड कट बाक्स के माध्यम से दिखाया है कि किस तरह एक व्यक्ति स्टेशन से लेकर अपने गंतव्य तक पहुंचता है। चंडीगढ़ के कलाकारों की इस प्रदर्शनी में प्रकृति के सौंदर्य और ग्रामीण परिवेश के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण और दैनिक जीवन से जुड़ी कलाकृतियां भी शामिल की गई हैं। बहुत दिनों बाद भारत भवन में इस तरह की समूह प्रदर्शनी आयोजित की गई है जिसमें एक ही जगह पर कला के विभन्न रूप देखने को मिलते हैं।